8 माह की बच्ची से निकाह !,करोड़ों की जायदाद पर कब्ज़ा!Don News Express

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8 माह की बच्ची से निकाह !, करोड़ों की जायदाद पर कब्ज़ा

रिपोर्ट - खुर्शीद अनवर खान 

 मानीकलां में भू-माफियाओं का कारनामा


जौनपुर। मानीकलां में झपसटई और फ्रॉडगिरी का एक बड़ा मामला सामने आया है। भू-माफियाओं ने गजब का दुस्साहस दिखाते हुए 8 माह की बच्ची से निकाह के फर्जी दस्तावेज़ बनाए और करोड़ों की जायदाद पर कब्ज़ा कर लिया। कब्जे को कानूनी रूप देने के लिए चकबंदी अधिकारी के नाम से फर्जी ऑर्डर बना कर राजस्व अभिलेखों में अपना नाम दर्ज कर लिया। जांच के बाद 7 लोगों के खिलाफ़ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। फिलहाल चीटरों का गैंग घर छोड़ कर फरार है।

 ज़िले के खेतसराय थाना क्षेत्र स्थित मानीकलां गांव निवासी कमालुद्दीन के पास करोड़ों की जायदाद थी। संतान के रूप में सिर्फ़ एक बेटी, नफीसा थी। कमालुद्दीन ने अपनी सारी संपत्ति अपनी इकलौती संतान नफीसा को वसीयत कर दी। लेकिन कुदरत का खेल देखिए—कमालुद्दीन की मौत के बाद उनकी बेटी नफीसा की भी 12 साल की उम्र में मौत हो गई। नफीसा की मौत के बाद अब कमालुद्दीन की संपत्ति की नज़दीकी वारिस उनकी तीन बहनें थीं। कानून के मुताबिक़ संपत्ति उनके नाम दर्ज कर दी गई।

इसी बीच इस बेशकीमती ज़मीन पर भू-माफियाओं की नज़र पड़ी। करोड़ों की जायदाद को हथियाने के लिए इस गैंग ने जालसाजी के जाल बिछाने शुरू कर दिए। गैंग के सरगना ने गयासुद्दीन नामक सदस्य को कमालुद्दीन की पुत्री नफीसा का पति घोषित कर दिया। फर्जी निकाह दस्तावेज़ों में दावा किया गया कि 1977 में नफीसा की शादी गयासुद्दीन से हुई थी और पत्नी की मौत के बाद अब गयासुद्दीन उसकी संपत्ति का वारिस है।

यहां हैरानी की बात यह है कि नफीसा का जन्म 1976 में हुआ था, और निकाह की तारीख के अनुसार उस समय उसकी उम्र महज़ 8 माह थी।

भू-माफियाओं ने सिर्फ़ शादी के नकली दस्तावेज़ ही नहीं बनाए। उन्होंने चकबंदी अधिकारी का फर्जी ऑर्डर बनवाकर राजस्व अभिलेखों में कमालुद्दीन की संपत्ति गयासुद्दीन के नाम दर्ज भी करवा दी।

यह मामला कमालुद्दीन के भांजे अलकमा को पता चला। उन्होंने न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाया और आला अधिकारियों के पास भी शिकायत पहुंचाई। वर्षों की भागदौड़ के बाद जांच का आदेश हुआ। शुरुआती जांच में ही फर्जीवाड़ा सामने आ गया। चकबंदी अधिकारी के जिस फर्जी ऑर्डर पर संपत्ति गयासुद्दीन के नाम दर्ज करवाई गई थी, वह ऑर्डर ही फर्जी निकला। जांच आगे बढ़ी तो निकाह के दस्तावेज़ भी फर्जी पाए गए।

आला अधिकारियों के निर्देश पर खेतसराय पुलिस ने गयासुद्दीन, सदरुद्दीन, सलमान, तौहीद, फतेह आलम, आशिक अंसारी और अय्यूब के खिलाफ़ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। आरोपियों की तलाश जारी है। फिलहाल यह गिरोह घर छोड़कर फरार है।

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