जौनपुर सदर लोकसभा सीट से अमित कुमार सिंह पुत्र राजेश कुमार सिंह निवासी दरियावगंज जौनपुर कलेक्ट परिसर में मंगलवार को उसे समय फूट फूट कर रोने लगा जब उसे पता चला कि उसका नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया। उसने निर्दल लोकसभा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था पर चालान शुल्क ₹25000 जमा करने का कागजात लगाना नामांकन पत्र में लगाना भूल गया था। इसके लिए उसने पूरा दोष अपने अधिवक्ता पर लगाते हुए कहा कि उन्ही की लापरवाही के चलते मेरा चुनाव लड़ने का सपना अधूरा रह गया ।अमित ने बताया कि भले ही उसको एक वोट मिलता लेकिन वह चुनाव लड़ने का मन बना चुका था और इसके लिए उसने लाखों रुपए खर्च भी किया था ।नामांकन पत्र दाखिल होने से पहले वह आश्वस्त था कि वह लोकसभा में निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेगा। लेकिन नामांकन पत्र खारिज होने के बाद वह फूट-फूट कर रोते हुए अपने अधिवक्ता को इसका दोष मढ़ते हुए नजर आया।
जब नामांकन पत्र खारिज होने से फूट फूट कर रोया प्रत्याशी, बोला बर्बाद हो गया मै।Don News Express
जौनपुर सदर लोकसभा सीट से अमित कुमार सिंह पुत्र राजेश कुमार सिंह निवासी दरियावगंज जौनपुर कलेक्ट परिसर में मंगलवार को उसे समय फूट फूट कर रोने लगा जब उसे पता चला कि उसका नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया। उसने निर्दल लोकसभा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था पर चालान शुल्क ₹25000 जमा करने का कागजात लगाना नामांकन पत्र में लगाना भूल गया था। इसके लिए उसने पूरा दोष अपने अधिवक्ता पर लगाते हुए कहा कि उन्ही की लापरवाही के चलते मेरा चुनाव लड़ने का सपना अधूरा रह गया ।अमित ने बताया कि भले ही उसको एक वोट मिलता लेकिन वह चुनाव लड़ने का मन बना चुका था और इसके लिए उसने लाखों रुपए खर्च भी किया था ।नामांकन पत्र दाखिल होने से पहले वह आश्वस्त था कि वह लोकसभा में निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेगा। लेकिन नामांकन पत्र खारिज होने के बाद वह फूट-फूट कर रोते हुए अपने अधिवक्ता को इसका दोष मढ़ते हुए नजर आया।

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