जौनपुर शनिवार को ब्लॉसम्स स्कूल,में विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया गया।
इस विशेष अवसर पर विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन कैप्टन इंद्रजीत सिंह जी (संस्थापक TDMC) द्वारा तथा कला एवं शिल्प प्रदर्शनी का उद्घाटन दिनेश टंडन पूर्व चेयरमैन, नगर पालिका, द्वारा किया गया।इस कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाने हेतु मुख्य अतिथि श्री अब्बास हुसैन "एहसास (पूर्व न्यायिक मजिस्ट्रेट), सत्यराम प्रजापति (प्रबंधक, राज इंटर एवं डिग्री कॉलेज), सोमेश्वर केसरी (प्रदेश अध्यक्ष, व्यापार मंडल), श्रीमती स्वप्निल श्रीवास्तव (कोऑर्डिनेटर, प्रसाद इंटरनेशनल), अबुज़र (सभासद) व अलमास (सभासद) उपस्थित रहे।कैप्टन इंद्रजीत सिंह ने छात्रों द्वारा प्रस्तुत विज्ञान के अद्भुत मॉडलों की सराहना करते हुए कहा कि "इन नवाचारों में भविष्य की झलक है। बच्चों की यह सोच न केवल उनकी बौद्धिक क्षमता को दर्शाती है, बल्कि समाज के लिए भी उपयोगी सिद्ध होगी।"दिनेश टंडन ने कला एवं शिल्प प्रदर्शनी को सराहा और कहा कि "छात्रों की कल्पनाशीलता और रचनात्मकता अतुलनीय है। इनकी कलाकृतियाँ यह साबित करती हैं कि ये बच्चे न केवल विज्ञान बल्कि कला में भी निपुण हैं।" अब्बास हुसैन "एहसास" ने छात्रों के जोश की तारीफ करते हुए कहा कि "बच्चों में सीखने की यह ललक और प्रयोग करने की यह भावना उन्हें निश्चित ही उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाएगी।" सत्यराम प्रजापति जी ने कहा कि "आज का यह आयोजन दर्शाता है कि स्कूल न केवल शिक्षा बल्कि व्यवहारिक ज्ञान पर भी ध्यान दे रहा है।" सोमेश्वर केसरी जी ने विज्ञान और कला प्रदर्शनियों में छात्रों की भागीदारी को सराहते हुए कहा कि "बच्चों ने जिस मेहनत और रचनात्मकता से अपने विचार प्रस्तुत किए हैं, वह प्रशंसनीय है।" स्वप्निल श्रीवास्तव ने कहा कि "बच्चों के कार्यों में मौलिकता और नवाचार है, जो भविष्य के वैज्ञानिक और कलाकार बनने की ओर संकेत करता है।"प्रदर्शनी में आए अभिभावकों एवं अन्य दर्शकों ने विद्यालय के विज्ञान एवं कला संकाय की उत्कृष्ट सराहना की। उन्होंने कहा कि "इस स्तर की प्रदर्शनी अन्य स्कूलों में देखने को नहीं मिलती। छात्रों और शिक्षकों ने जिस मेहनत से यह आयोजन किया है, वह अत्यंत सराहनीय है।"विद्यालय के प्रबंधक सैयद शम्स अब्बास साहब ने सभी शिक्षकों और छात्रों को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी और कहा कि "इस प्रकार की प्रदर्शनी छात्रों के बौद्धिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह आयोजन छात्रों के अंदर खोज और नवाचार की भावना को और अधिक प्रोत्साहित करेगा।"
विद्यालय की प्रधानाचार्या नीलम अस्थाना ने सभी के दृश्यमान एवं अदृश्य प्रयासों की सराहना करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि "यह आयोजन केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की एक झलक है।"इस प्रदर्शनी में छात्रों ने कई अनूठे और वैज्ञानिक प्रयोग प्रस्तुत किए, जिनमें कुछ प्रमुख थे:
खगोलीय मॉडल – गैलेक्सी, सूर्य, चंद्रमा, चंद्रयान आदि, जिससे पूरी कक्षा को अंतरिक्ष जैसा अनुभव मिला।
नॉन-न्यूटनियन द्रव – जब तरल ठोस की तरह व्यवहार करता है।दृष्टिहीनों के लिए स्मार्ट चश्मा – सेंसर आधारित।वर्षा अलार्म – सेंसर आधारित।कार्यशील गुर्दे (किडनी) का मॉडल।हाथ पर जलती हुई ज्वाला – वैज्ञानिक प्रयोग।रक्त समूह परीक्षण (कक्षा 9वीं के छात्रों द्वारा)।भूस्खलन का कार्यशील मॉडल।वायुमंडलीय दाब का प्रभाव।कोणीय संवेग (Angular Momentum) का कार्यशील मॉडल।भूकंप अलार्म।तरल दाब की शक्ति।रासायनिक प्रयोग।स्वचालित जल वितरण प्रणाली।टेस्ला क्वॉइल के माध्यम से वायरलेस विद्युत प्रवाह।
इन सभी मॉडलों और प्रयोगों ने विज्ञान व कला के प्रति छात्रों की रुचि और उनकी अद्भुत सोच को दर्शाया। इस भव्य प्रदर्शनी ने विद्यालय को एक नए स्तर पर स्थापित किया और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की ओर महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया।
ब्लॉसम्स स्कूल, जौनपुर
No comments: