साले ने कराया था दो भाइयों का कत्ल, जेल से रची गई थी साजिश
- "पैसे और जमीन की रंजिश में खून से लिखी कहानी"
जौनपुर। मुंगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के रामनगर गांव में 13 सितंबर की रात हुई दोहरी हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने शनिवार तड़के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर सनसनीखेज साजिश का पर्दाफाश किया। चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या की साजिश मृतकों के सगे साले ने ही रची थी।
पैसों और बेइज्जती की रंजिश बनी खूनी वजह
गिरफ्तार आरोपी टुन्ने उर्फ मोहम्मद कलीम (धनबाद निवासी) ने पूछताछ में बताया कि मारे गए शाहजहाँ (60) और जहाँगीर (45) उसके कारोबार का पैसा हड़प गए थे। जब उसने पैसा माँगा तो दोनों भाई उसके घर घुस आए और उसकी माँ को पीटकर बेइज्जत कर दिया। इसी अपमान का बदला लेने के लिए उसने खून से हिसाब बराबर करने की कसम खाई और हत्या की साजिश रच डाली।
जेल से रची गई थी साजिश
दूसरे आरोपी इन्तखाब उल मुख्तार (सोनभद्र निवासी) ने बताया कि यह योजना जिला कारागार जौनपुर में बंद कुख्यात अपराधी सोनू उर्फ सिराज के इशारे पर बनी थी। वह उसका मामा है और जेल से ही मोबाइल नंबर चलाता था। यहीं से पैसों का लेन-देन और सुपारी का खेल होता था।
जमीन और कारोबार की दुश्मनी में तीसरा आरोपी भी शामिल
तीसरे आरोपी सच्चे उर्फ मुअज्जम (जौनपुर निवासी) का भी मृतकों से कारोबार और जमीन को लेकर विवाद था। वह भी धोखे और हिस्सेदारी न मिलने से नाराज था। पुलिस पूछताछ में उसने खुलासा किया कि इससे पहले भी जहाँगीर को मुंबई में शूटरों के जरिए खत्म करने की कोशिश हुई थी, लेकिन शक हो जाने पर वह घर से निकलना बंद कर दिया था।
घटना वाली रात दोनों भाई शादी का कार्ड बांटकर लौट रहे थे। जैसे ही वे रामनगर के पास पहुँचे, घात लगाए हमलावरों ने गोलियों से भून डाला। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन और 740 रुपये नगद बरामद किए। शनिवार सुबह करीब 5:25 बजे तरहटी मोड़ के पास से तीनों को दबोच लिया गया।
इस बड़ी वारदात का पर्दाफाश करने वाली टीम में थाना प्रभारी के.के. सिंह के साथ उपनिरीक्षक गंगा सागर मिश्र, हेड कांस्टेबल राकेश यादव, कांस्टेबल पंकज मिश्रा, संदीप यादव, जितेंद्र यादव और राकेश मणि शामिल रहे।