हिंदी पत्रकारिता में चुनौतियां अधिक है : अशोक सिंह।Don News Express
अखबारों का व्यवसायी कारण हिन्दी पत्रकारिता के लिए बड़ी चुनौती है- डा मनोज मिश्रा
हिंदी आज तक राष्ट्र भाषा नहीं बन सकी- डा.पीसी विश्वकर्मा
जौनपुर । हिन्दी पत्रकारिता में चुनौतियां बिषय पर जनपद से प्रकाशित तीन समाचार पत्रों के तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डा. मनोज मिश्रा ने पत्रकारिता में चुनौतियों की चर्चा करते हुए कहा कि आज हिन्दी पत्रकारिता संकट के दौर से गुजर रही है । हिन्दी के समाचार पत्रों की संख्या के सापेक्ष अंग्रेजी के अखबारों का प्रसार अधिक है । अखबारों के व्यवसायिक करण को भी हिन्दी पत्रकारिता के लिए संकट बताया ।अपने चर्चा के दौरान डा. मिश्रा ने कहा कि आज बड़े और राष्ट्रीय अखबार अपने को लोकलाईज कर दिये है यह भी एक बड़ा संकट हिन्दी पत्रकारिता के लिए माना जा रहा है ।इस अवसर पर डा. पीसी विश्वकर्मा ने कहा आज जब हिन्दी ही संकट से जूझ रही है तो हिन्दी पत्रकारिता का क्या हश्र होगा सहज अनुमान लगाया जा सकता है । आज तक हिन्दी भाषा को राष्ट्र भाषा का दर्जा नहीं मिल सका है आज भी राज भाषा बनी हुई है ।
बरिष्ट पत्रकार पंडित चन्द्रेश मिश्रा ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि जब मैं आज अखबार में पत्रकारिता शुरू किया उस समय हिन्दी के अखबार में दक्षिण भारत के लोग हिन्दी में काम करते थे।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि अशोक सिंह ने कहा हिन्दी पत्रकारिता में चुनौतियां अधिक है । सच लिखना बेहद कठिन है । लेकिन पत्रकार को चाहिए वह सच्ची खबरों को स्थान दे इससे देश व समाज का विकास होगा ।
अध्यक्षता कर रहे जिला पंचायत अध्यक्ष राजबहादुर यादव ने कहा कि पत्रकार अपने जीवन भर संघर्ष करता है । लोग पत्रकार से अपेक्षा बहुत करते है । लेकिन खुद इस संघर्ष में शामिल नहीं होना चाहते है ।
इस अवसर पर संगोष्ठी को कपिल देव मौर्य, अनिल पाण्डेय, लोलारक दूबे, ने संबोधित किया । संगोष्ठी कार्यक्रम में आयोजक समिति ने मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष द्वारा बरिष्ट पत्रकार अनिल पाण्डेय ,कपिल देव मौर्य ,लोलारक दूबे ,राजेश श्रीवास्तव, हसनैन कमर दीपू, मो.अब्बास, चिकित्सक डा. लाल बहादुर सिद्धार्थ, डा. संजय सिंह, डा.विकास उपाध्याय, समाज सेवी एवं कर्मचारी नेता राकेश श्रीवास्तव सहित तमाम लोगों को अंग वस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । पूरे कार्यक्रम का संचालन सभाजीत द्विवेदी प्रखर ने किया । आयोजक मंडल के अजय प्रताप पाल , राकेश कान्त पाण्डेय, शम्भू नाथ सिंह ,दीपक सिंह रिन्कू ने आगत अतिथियों का स्वागत किया और आभार ब्यक्त किया ।
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